मंगल आशीवाद संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
धर्मप्रेमी सुधी श्रावकजन ! सादर जय जिनेन्द्र ,
इस पंचकल्याणक का उद्देशय मात्र मूर्ति प्रतिष्ठा ही नहीं अपितु शिक्षा, स्वास्थ्य, सेवा, अभयदान एवं संस्कारो का बीजारोपण है। इसका उद्देशय छात्रो को आवास, शिक्षा, शोध सुविधा, जरूरतमंदो को चिकित्सा, धर्मशाला, स्वाध्यायीजनों को सत् साहित्य प्रकाशन, ग्रंथालय और अध्यात्म साधकों के लिए संसाधनो की उपलब्धता कराना है।
प्रतिष्ठा निर्देशक | प्रतिष्ठाचार्य |
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श्री संहितासूरि पंडित गुलाबचन्द्र "पुष्प" | बा. ब्रम्हमचारी पंडित जयकुमार जैन "निशांत" |
दिनांक | दिन | कार्यक्रम का नाम | |
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* | २५ नवंबर २००९ | बुधवार | ध्वजारोहण ,गुरू आज्ञा, उपलम्बन विधि घटयात्रा ,वेदी शुध्दि ,सकालीकरण इंदप्रतिष्ठा,मंडप प्रतिष्ठा आदि, |
* | २६ नवंबर २००९ | गुरूवार | यागमण्डल विधान , गर्भकल्याणक पूर्व रूप |
* | २७ नवंबर २००९ | शुक्रवार | गर्भ कल्याणक उत्तर रूप |
* | २८ नवंबर २००९ | शनिवार | जन्मकल्याणक |
* | २९ नवंबर २००९ | रविवार | नेमीनाथ बारात |
* | ३० नंवबार २००९ | सोमवार | दीक्षा (तप) कल्याणक |
* | ०१ दिसंबर २००९ | मंगलवार | ज्ञान कल्याणक ( सम्मान समारोह) |
* | ०२ दिसंबर २००९ | बुधवार | मोक्ष कल्याणक , देव स्थापन , कलशारोहण ,ध्वजारोहण , रथयात्रा ,हवन |